अल्सर के बारे में बढ़ाएं अपनी जानकारी

अल्सर के बारे में बढ़ाएं अपनी जानकारी

सेहतराग टीम

भारत की एक बड़ी आबादी पेप्टिक अल्‍सर की बीमारी से ग्रस्‍त है मगर इसके बारे में आम लोगों की जानकारी का स्‍तर बहुत ही कम है। ये बीमारी क्‍या है, किस कारण से होती है और इसका इलाज किस प्रकार होता है इस बारे में लोगों को पता नहीं होता। सेहतराग ने इस बीमारी की जानकारी लेने के लिए दिल्‍ली के बत्रा अस्‍पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. विजय हांगलू से बात की।

क्‍या है अल्‍सर

डॉक्‍टर हांगलू के अनुसार वर्तमान जीवनशैली के सभी दुष्परिणाम मसलन-तनाव, जंक फूड, मसालेदार भोजन और सिगरेट-तंबाकू के सेवन से उत्‍पन्न एसिड के कारण पेट में अल्सर बनता है। लगातार भूख नहीं लगना, पेट में लगातार दर्द, पीठ दर्द ओर बुखार आना इसका मुख्य लक्षण है। वैसे पेट में एच पायलोरी नामक बैक्टीरिया के संक्रमण से भी अल्सर होता है मगर यह कारण भारत में बहुत अधिक नहीं देखा गया है बल्कि इसका प्रभाव पश्चिमी देशों में ही ज्यादा देखा जाता है। यह जरूर है कि भारत में बहुत अधिक लोगों में इस बैक्टीरिया का संक्रमण पाया जाता है। मगर इसके कारण अल्सर होने के ज्यादा मामले यहां नहीं पाए गए हैं।

एच पायलोरी का संक्रमण खतरनाक

डॉक्‍टर हांगलू कहते हैं कि यदि अल्सर के साथ-साथ एच पायलोरी का संक्रमण भी हो जाए तो स्थिति खतरनाक होती है मगर अधिकांश मामलों में अल्सर जानलेवा नहीं होता है। अल्सर से खून का स्राव होने पर इसके फटने की संभावना होती है मगर ऐसे मामले बिरले ही देखने में आते हैं।

आ गई हैं कारगर दवाएं

हाल तक अल्सर का इलाज बहुत मुश्किल था मगर अब कई दवाइयां ऐसी आई हैं जिनसे इसका इलाज बेहद आसान हो गया है। जीवनशैली से जुड़ी बीमारी होने के कारण ऐलोपैथी के चिकित्सक भी अब इलाज से बेहतर परहेज को ही समझने लगे हैं। इसलिए उन चीजों से दूर रहने की सलाह मरीजों को दी जाती है जिनके कारण अल्सर हो सकता है। उदाहरण के लिए पेट में एसिड बनाने वाले सभी खाद्य पदार्थों से परहेज, तनाव दूर करने के उपाय, सिगरेट-तंबाकू का सेवन छोड़ने जैसी सलाह मरीजों को दी जाती है। खास बात यह है कि यदि इन चीजों से परहेज न किया जाए तो एसिड बनने से अल्सर दुबारा भी हो सकता है।

ऑपरेशन की जरूरत कम मामलों में

जहां तक ऑपरेशन का सवाल है तो वर्तमान में बहुत कम मामलों में ही इसकी जरूरत पड़ती है। वैसे योग, आयुर्वेद और होम्योपैथी में भी बहुत हद तक अल्सर का इलाज देखा गया है। खासकर नियमित योग करने से पेट में एसिड नहीं बनता जिसके कारण अल्सर को बनने से ही रोका जा सकता है। इसी प्रकार आयुर्वेद में आंवले से बनी दवाइयां अल्सर में फायदेमंद मानी जाती हैं। बहुत हद तक होम्योपैथी में भी इसका इलाज देखा गया है।

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।